इस लेख में अलारा पर चर्चा करेंगे |
अलारा रेडिओएक्टिव संपर्क से मनुष्य को होनेवाले जोखिम को कम करने के लिए 'विकिरण संरक्षण' के क्षेत्र में जोखिम न्यूनीकरण तकनीक है | उसमे शामिल तमाम अनिश्चिचतता के साथ सभी सामाजिक और आर्थिक घटकों को विचार में शामिल होने के उचित कदम सुरक्षा के लिए लिया जाना जरुरी है, दुसरे शब्दों में, मात्रा की मर्यादा से नीचे विकिरण संपर्क कम करने के तमाम प्रयास करने चाहिए | अलारा विश्वभर में तमाम विकिरण सुरक्षा कार्यक्रमों के लिए विनियामक आवश्यकता है, और एक ध्वनि सुरक्षा सिध्धांत हो सकता है | जोखिम कायमी है, इसलिए अलारा की तुलना में अलार्प सख्त मानक बन जाता है |
उदा. नोर्थ केरोलिना स्टेट युनिवर्सिटी (एनसीएसयु) का विकिरण सुरक्षा कार्यक्रम कार्यकर्ता के संपर्क में आती विकिरण मात्रा खर्च का असर घटाने का एक प्रयास है जो की लागत-सार्थक हो सके| हरेक विकिरण मात्रा प्रतिकूल प्रभाव रखती है, जिससे जनीन विकृति और केन्सर का खतरा बढ़ सकता है | अलारा में शामिल सभी लोगों की सुरक्षा के लिए अपनी प्रतिबध्दता की आवश्यकता है | नियामक अनुपालन के लिए विकिरण कार्यकर्त्ताओं को क़ानूनी तरीके से नियंत्रित मात्रा पर चलना जरुरी है, जिसके लिए दिशा-निर्देशों और नियमो उत्तरी केरोलिना कोड में है |
चित्र को ध्यान से देखिए | 'सह्य क्षेत्र' और 'अस्वीकार्य क्षेत्र' के बिच स्पष्ट भेदरेखा है | क्योंकि प्रथम क्षेत्र में जो लाभ वांछित हो तो ही जोखिम लिया जाता है और दूसरे में जोखिम का स्तर स्वीकार्य नहीं है और सतत निगरानी के अधीन है | इस बात को समझने के लिए कार्यालय निर्माण और उसके सामने अस्पताल निर्माण के सुरक्षा करार की तुलना की जा सकती है |
